अयोध्या भारत की प्राचीनतम धार्मिक नगरी है। अयोध्या को भगवान राम की नगरी कहा जाता है। हनुमान जी राम जी के अनन्य भक्त है तथा बे हमेशा श्री राम की सेवा मे तत्पर रहते है । जब भगवन राम रावण पर विजय प्राप्त कर के अयोध्या आये थे तो उन के साथ सभी उनके भक्त और मित्र जिन्होंने रावण से युध में श्री राम की सहायता की थी राम जी के साथ अयोध्या आये थे। हनुमान जी भी उन के साथ बयक्तिगत रूप मै आये थे।

मान्यता है कि तभी से हनुमान जी यहां सदैव वास करते हैं। भगवान राम के दर्शन से पहले भक्त हनुमान जी के दर्शन करते हैं। जहां पर हनुमान जी वास करते थे उस स्थान को हनुमान गढ़ी (Hanuman Garhi Mandir) कहते है। यह हनुमान जी का मंदिर हनुमान गढ़ी अयोध्या का एक प्रमुख तीर्थ स्थान है।
हनुमान गढ़ी मंदिर एक किले के आकार में निर्मित, हनुमान की पूजा का स्थान शहर के केंद्र में स्थित है। 10 वीं शताब्दी का यह मंदिर एक ऊँचे स्थान पर है तथा मंदिर के परिसर तक जाने मै 76 सीढ़िया है । पौराणिक है की हनुमान जी यहां एक गुफा में रहते थे और राम जन्मभूमि (रामकोट) की रक्षा करते थे।
मुख्य मंदिर में मां अंजनी की मूर्ति है, जिसमें बाल हनुमान अपनी गोद में बैठे हैं। भक्तों का मानना है कि उनकी सभी इच्छाओं को इस पवित्र मंदिर की यात्रा के साथ प्रदान किया जाता है।